प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) भारतीय किसानों के लिए एक बड़ी मदद है। इस योजना का मकसद किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारना और खेती को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6,000 की राशि तीन किस्तों में दी जाती है, जो सीधे उनके बैंक खाते में जमा होती है।
20वीं किस्त का भुगतान
अब तक इस योजना के तहत 19 किस्तों का भुगतान किया जा चुका है, और हाल ही में 20वीं किस्त की राशि भी किसानों के बैंक खातों में जमा की गई है। इस किस्त के जरिए हर लाभार्थी किसान को ₹2,000 मिले हैं, जिससे उनकी खेती से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिल रही है।
20वीं किस्त की स्थिति कैसे चेक करें?
किसान नीचे दिए गए तरीकों से अपनी 20वीं किस्त की स्थिति चेक कर सकते हैं
PM Kisan पोर्टल के जरिए
- स्टेप 1: PM Kisan की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं।
- स्टेप 2: “Beneficiary Status” के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- स्टेप 3: अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालें।
- स्टेप 4: “Get Data” पर क्लिक करें। इसके बाद आपकी किस्त की स्थिति स्क्रीन पर दिखाई देगी।
PFMS (Public Financial Management System) के जरिए
- स्टेप 1: PFMS की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- स्टेप 2: “DBT Status Tracker” पर क्लिक करें।
- स्टेप 3: PMKISAN को चुनें और भुगतान की श्रेणी में “Payment” का चयन करें।
- स्टेप 4: अपनी आवेदन आईडी और कैप्चा कोड डालकर “Search” पर क्लिक करें।
- स्टेप 5: इससे आपकी किस्त की भुगतान स्थिति दिखाई देगी।
जरूरी सुझाव
- किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी e-KYC प्रक्रिया पूरी करें, क्योंकि यह उनकी पहचान सत्यापन के लिए जरूरी है और किस्त के सही वितरण में मदद करती है। e-KYC के लिए ओटीपी-बेस्ड, फेस ऑथेंटिकेशन और बायोमेट्रिक विकल्प उपलब्ध हैं।
- अगर किसी किसान का नाम लाभार्थी सूची में नहीं है, तो वे अपने राज्य के कृषि विभाग या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करके अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के जरिए सरकार किसानों की आर्थिक मदद कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है। 20वीं किस्त का भुगतान इस दिशा में एक और कदम है। किसान ऊपर बताए गए तरीकों से अपनी किस्त की स्थिति चेक कर सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उन्हें समय पर मदद मिल रही है। उम्मीद है कि यह योजना भारतीय कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों की खुशहाली में अहम भूमिका निभाएगी।