किसान भाइयो, सावधान हो जाओ! 2025 में गन्ने की फसल पर कीटों का हमला शुरू हो गया है। मार्च के गर्म मौसम में तेला, चेपा और सफेद मक्खी जैसे कीट गन्ने को नुकसान पहुँचा रहे हैं। अगर अभी ध्यान नहीं दिया तो फसल बर्बाद हो सकती है। लेकिन टेंशन मत लो यहाँ आसान तरीके हैं जिनसे आप अपनी फसल बचा सकते हो। चलो, जानते हैं।
कौन से कीट परेशान कर रहे हैं
इस साल गन्ने पर सबसे ज़्यादा नुकसान तेला और सफेद मक्खी कर रहे हैं। तेला पत्तियों को चूसकर कमज़ोर करता है, और सफेद मक्खी रस को खराब करती है। पिछले साल UP के कुछ इलाकों में 30% फसल इन्हीं कीटों से खराब हुई थी। अभी चेक करो कि आपके खेत में ये दिख रहे हैं या नहीं।
कीटों को कैसे पहचानें
तेला छोटा, हरा कीड़ा है जो पत्तियों के नीचे छिपता है। सफेद मक्खी पंख वाली होती है और झुंड में उड़ती है। अगर गन्ने की पत्तियाँ पीली पड़ रही हैं या चिपचिपी हो रही हैं, तो समझो कीटों का हमला है।
बचाव के आसान तरीके
अपनी फसल को कीटों से बचाने के लिए ये करें:
पहला, नीम का तेल 5 मिली पानी में मिलाकर छिड़कें ये तेला और चेपा को भगाता है।
दूसरा, कीटनाशक जैसे इमिडाक्लोप्रिड (10 मिली/लीटर पानी) यूज़ करें सफेद मक्खी के लिए असरदार है।
तीसरा, खेत में पानी का बहाव सही रखें ज़्यादा नमी कीटों को बुलाती है।
चौथा, पास के किसानों से बात करो सब मिलकर बचाव करें तो फायदा ज़्यादा होगा।
कब करें ये काम
मार्च-अप्रैल में कीट सबसे ज़्यादा बढ़ते हैं। अभी खेत में जाओ, चेक करो और 2-3 दिन में दवा छिड़क दो। पिछले साल एक भाई ने देर की, और आधा गन्ना खराब हो गया आप जल्दी करो।
मदद कहाँ से लें
अगर समझ न आए तो नज़दीकी कृषि केंद्र जाओ। वहाँ मुफ्त सलाह और सस्ती दवाइयाँ मिलेंगी। UP में हेल्पलाइन 1800-180-1551 पर भी कॉल कर सकते हो।
बस इतना करो
गन्ने पर कीटों का हमला शुरू हो गया है, लेकिन आपकी फसल अभी बच सकती है। ऊपर बताए तरीकों से अभी एक्शन लो। अपने गाँव के किसानों को भी बताओ ताकि सबकी फसल सेफ रहे। फसल बची तो मिठास भी बचेगी।